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Independence Day Shayri Status In Hindi 2021

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मैं हनुमान हूँ इसका ये मेरे श्री राम हैं,

छाती चीरकर देख लो अंदर बैठा हिंदुस्तान है | 






बहुत कोशिश की फिरंगियों ने, 

लेकिन कुछ हाथ न लगा उनके, 

एक बार तो तुमने आँखों में धूल झोंक दी, 

अबकी बार आँखे ही निकाल देंगे |



क्यों मरते हो यारों सनम बेवफा के लिए,

जो कभी नहीं देगी अपना दुप्पटा तुम्हारे कफन के लिए

मरना है तो मरो अपने वतन के लिए

कम से कम तिरंगा तो मिले जायेगा कफन के लिए…


भारत की फिजाओं को सदा याद रहूंगा 

आजाद था, आजाद हूं, आजाद रहूंगा  

दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,

सर हमेशा ऊंचा रखना इसका, जब तक दिल में जान |


चलो फिर से खुद को जगाते है,

अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है,

सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का,

शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…



कुछ नशा तिरंगे की आन का है, 

कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,

हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को, 

ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं।








आओ झुक कर सलाम करे उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

खुशनसीब होता है वो,

खून जो देश के काम आता है |




दे सलामी इस तिरंगे को, 

जिस से तेरी शान हैं, 

सर हमेशा ऊँचा रखना,

इसका जब तक दिल में जान हैं |




मेरी स्वतंत्रता ही मेरी पहचान हैं, 

यही मेरी भारत मा कि आन बान और शान हैं|




ज्ञान और मर्यादा का दीपक जलता हैं यहाँ पर,

एक दुसरे के लिए जीते हैं हम यहाँ पर, 

अलग पहनावा अलग वेशभूषा हे यहाँ पर, 

लेकिन एक ही मां का गुणगान करते हैं यहाँ पर| 




कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,

कभी तपती धूप में जल कर देख लेना 

कैसे होती हैं हिफाजत देश की 

कभी सरहद पर जा के देख लेना। 




मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं, 

ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है ।




आजादी की कभी शाम ना होने देंगे,

शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,

बची है जो 1 भी बूंद लहू की तब तक,

भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे | 




चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें 

शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें 

जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे 

देश भक्तों के खून की वो धारा याद कर लें | 




देशभक्तों से ही देश की शान है,

देशभक्तों से ही देश की शान है,

हम उस देश के फूल हैं यारो,

जिस देश का नाम हिंदुस्तान है | 


जहां प्रेम की भाषा है सर्वोपरी,

जहां धर्म की आशा है सर्वोपरि,

ऐसा है मेरा देश हिंदुस्तान जहां,

देश भक्ति की भावना है सर्वोपरी.



 कर जज्बे को बुलंद जवान ,

तेरे पीछे खड़ी आवाम,

हर पत्ते को मार गिरएंगे

जो हमसे देश बंटवाएंगे.



 भले हाथो में खनके,

छन छन करते पायल झुमके,

पर देश की हैं हम प्रचंड नारी,

वक्त पर उठाएंगे तलवारे भारी से भारी.



 धर्म न हिन्दू का है ना मुसलमान का,

धर्म तो बस इंसानियत का है,

ये भूख से बिलकते बच्चो से पूछों.

सच क्या है झूट क्या है,

किसी मंदिर या मस्जिद से नहीं,

बेगुनाह बच्चो की मौत पर किसी माँ से पूछो,

देश का सपूत बनना है तो कर्तव्य को जानो,

अधिकार की बात न करों देश के लिए जीवन न्योछावर करो.



 कीमत करो शहीदों की,

वो देश पर कुर्बान हुए,

सिर्फ दो दिनों की मोहताज नहीं है देश भक्ति,

नागरिकों की एकता ही है देश की असल शक्ति…



 मोक्ष पाकर स्वर्ग में रखा क्या है,

जीवन सुख तो मातृभूमि की धरा पर है,

तिरंगा कफन बन जाये इस जन्म में,

तो इससे बाद सौभाग्य क्या है?



 वतन हैं मेरा सबसे महान

प्रेम सोहाद्र का दूजा नाम,

वतन-ए-आबरू पर है हम सब कुर्बान,

शान्ति का दूत है मेरा हिन्दुस्तान…


 दुश्मनी के लिए यह याद नहीं रहता,

वतन मेरा दोस्ती पर कुर्बान है,

नफरत पाले कोई उड़ान नहीं भरता,

दिलों में चाहत ही मेरे वतन की शान है…



 खुशनसीब हैं जो वतन पर कुर्बान हुए,

जो तिरंगे में लिपट जिंदगी से आजाद हुए,

मर कर भी अमर हो गए वो,

साधारण मनुष्य से शहीद की शहादत हो गए वो…



 हम आजाद हैं, ये आजादी कभी छिनने नहीं देंगे

तिरंगे की शान को हम कभी मिटने नहीं देंगे

कोई आंख भी उठाएगा जो हिंदुस्तान की तरफ

उन आंखों को फिर दुबारा दुनिया देखने नहीं देंगे



 ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,

ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,

पर मत भूलों सीमा पर वीरों ने है प्राण गवाएं,

कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के फिर न आये…..



 तिरंगा है आन मेरी तिरंगा ही है शान मेरी,

तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी…



 जो अब तक न खोला वो खून नहीं पानी है,

जो देश की काम ना आये, वो बेकार जवानी है.



शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशाँ होगा.



खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,



कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,

कभी तपती धूप में जल के देख लेना,

कैसे होती हैं हिफाजत मुल्क की,

कभी सरहद पर खड़े जवानों को जाकर देख लेना।



चलो फिर से वो नजारा याद कर लें,

शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,

जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,

बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।






































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